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Saturday, September 27, 2014

हे भगवती माँ छिन्नमस्ता (भगवती वंदना-2)

हे भगवती ! माँ छिन्नमस्ता ! अछि हमर शत-शत नमन ।
ल आस आ विश्वास एलहुँ जननी हम अपनेक शरण ।

अहँक ख्याति माय पसरल सकल एहि संसार मे
नाह हुनकर पार लगबी जिनक हो मझधार मे ।
करी माँ कल्याण हुनकर जे अहँक पूजथि चरण
हे भगवती ! माँ छिन्नमस्ता ! अछि हमर शत-शत नमन ।

मन सँ मेटय दुर्व्यसन सद्ज्ञान केर विस्तार हो
करी किछु जननी एहेन जहि सँ हमर उद्धार हो ।
हो सदति सद्भाव प्रेरित माँ हमर सब आचरण
हे भगवती ! माँ छिन्नमस्ता ! अछि हमर शत-शत नमन ।

कहब की बेसी हे जननी हमर एतबय प्रार्थना
दी एहेन माँ भक्ति हमरा करी नित हम अर्चना
अहींक पद पूजन मे जननी हो हमर जीवन मरन
हे भगवती ! माँ छिन्नमस्ता ! अछि हमर शत-शत नमन ।


छिन्नमस्ता मंदिर,रजरप्पा आ बोकारो
26 एवं 27 अक्टूवर 2000

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