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Saturday, August 30, 2014

तीन गोट क्षणिका

1.
पलंग धेनय बेटा आ टहलुक अछि बाप
सासु बनलि बहिकिरनी पुतहुक प्रताप
सब केर सब चिन्ता मे अपनहि बेहाल
देखै छी जतहि, ततहि एतबहि अछि हाल ।

2.
सरकारी डाक्टर शिक्षक आ वकील
चुस्त निजी प्राइक्टिस मे बाँकी छथि ढील
व्यर्थ करब हिनका पर कनियो भरोस
लोभय जनु लागय हिनक लुप्त भेल होश ।

3.
भ्रष्ट बनल अफसर वा भ्रष्ट बनल क्लर्क
बहुते अछि कठिन करब हिनका मे फर्क
लटका केँ राखब नित ऑफिस केर काज
धर्म हिनक नीति हिनक हिलकै छन्हि राज ।


मलाढ़ 14.10.1994 शुक्र, (विजया दशमी)

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